कैथल
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के गुद्दार ऑपरेशन में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए कैथल जिले के नरेंद्र सिंधु (28) का पार्थिव शरीर बुधवार दोपहर उनके पैतृक गांव रोहेड़ा पहुंचा, जहां हजारों नम आंखों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। घर पर अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। पूरा वातावरण भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा। शहीद नरेंद्र सिंधु अमर रहे के नारों से पूरा गांव मानों गूंज रहा हो। नरेंद्र की शहादत के बाद उनकी मां रोशनी देवी गुमसुम बैठी हैं। नम आंखों से उन्होंने कहा कि बचपन में बेटा कहता था कि बड़ा होकर सेना में जाऊंगा और उसने अपना सपना पूरा कर लिया।
परिजनों के मुताबिक नरेंद्र करीब आठ साल पहले फौज में भर्ती हुए थे। इस समय वे राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे। चार साल पहले ही उनकी पोस्टिंग श्रीनगर में हुई थी। वे अभी अविवाहित थे। नरेंद्र अंतिम बार करीब साढ़े तीन महीने पहले अपने घर पर छुट्टी पर आए थे। करीब एक महीना घर रहने के बाद करीब तीन महीने पहले वे अपनी ड्यूटी पर लौट गए थे। गत सोमवार को उनके शहीद होने की सूचना कैथल पहुंची थी। इसके बाद से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। नरेंद्र ने अपनी 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई की और बाद में सेना की तैयारी की और सेना में भर्ती हो गए। उनके परिवार में पिता दलबीर सिंह किसान हैं और माता रोशनी देवी गृहिणी हैं। परिवार में दो बहनें और एक छोटा भाई है। बहनों की शादी हो चुकी है।
उधर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जम्मू कश्मीर के कुलगांव में आतंकवादियों से मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए हरियाणा की माटी के वीर सपूत गांव रोहेड़ा निवासी शहीद लांस नायक नरेंद्र सिंधु को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि इस दुख की घड़ी में हम सब शहीद परिवार के साथ एकजुट हैl
पिता किसान, मां गृहिणी, दो बहनें और एक भाई
नरेंद्र का जन्म 5 अक्टूबर 1996 को गांव रोहेड़ा में हुआ था। उन्होंने अपनी 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई गांव के एक प्राइवेट स्कूल से की थी। पिता दलबीर सिंह किसान हैं और माता रोशनी देवी गृहिणी हैं। परिवार में दो बहनें और एक छोटा भाई है। बहनों की शादी हो चुकी है। नरेंद्र का छोटा भाई वीरेंद्र अमेरिका में रहता है। वह 2023 में अमेरिका में गया था, जहां अब वह एक होटल में सहायक की नौकरी करता है।
4 साल पहले ही श्रीनगर हुई थी पोस्टिंग
वर्तमान में नरेंद्र राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे। 4 साल पहले ही उनकी पोस्टिंग श्रीनगर में हुई थी। अभी तक नरेंद्र की शादी नहीं हुई थी। ताऊ के बेटे विक्रम ने बताया कि नरेंद्र की शादी के बारे में परिवार के लोगों की बातचीत चल रही थी। परिवार का कहना था कि जम्मू कश्मीर में नरेंद्र की ड्यूटी का समय पूरा होने वाला था। उन्होंने नया घर बनाया था। वह अक्टूबर में छुट्टी आने वाले थे।