जयपुर
विस्तार- राजस्थान विधानसभा में जासूसी कांड को लेकर बुधवार को भी जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। कांग्रेस विधायकों ने सदन में "जग्गा जासूस चोर है" लिखी टोपी पहनकर प्रदर्शन किया और सरकार पर जासूसी कराने का आरोप लगाया। विपक्ष ने स्पीकर से इस मुद्दे पर व्यवस्था देने की मांग की और कार्यवाही को बाधित किया। यह विवाद मंगलवार को तब शुरू हुआ था जब नेता प्रतिपक्ष ने सदन में कांग्रेस विधायकों की कैमरे लगाकर जासूसी करने के आरोप लगाए थे। हो हंगामें और नारेबाजी के बाद कांग्रेस विधायकों ने प्रश्नकाल से वाकआउट भी कर दिया।
बुधवार को प्रश्नकाल शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने स्पीकर वासुदेव देवानी से जासूसी कांड पर व्यवस्था देने की मांग की। जूली ने कहा…कल हमने सदन में अपनी बात रखी थी। सरकार के मुख्य सचेतक ने भी अपने मन के उद्गार प्रकट कर दिए थे। हमारी मांग है कि स्पीकर इस बात पर व्यवस्था दें कि सदन में किसके कहने पर हमारी जासूसी करवाई गई। जो कैमेर लगाए गए हैं वे किस मद से खरीदे गए और क्या इसकी इंटेलीजेंस इसकी परमीशन ली गई और इन कैमरों का एक्सेस कहां-कहां पर है और यह जासूसी कौन कर रहा है।
स्पीकर बोले इस मामले में व्यवस्था प्रश्नकाल के बाद दूंगा। लेकिन जूली प्रश्नकाल से पहले ही व्यवस्था देने की मांग पर अड़़ गए। जूली ने कहा कि आप पांच मिनट पहले व्यवस्थ दे दो, प्रश्नकाल बाद में भी चल जाएगा। लेकिन स्पीकर ने इसके लिए मना कर दिया। स्पीकर बोले मैं नियमों से ही चलूंगा। मैंने व्यवस्था दे दी है कि प्रश्नकाल के बाद जवाब दूंगा।
इस पर कांग्रेस विधायकों व्यवस्था की मांग को लेकर अड़ गए। जूली ने कहा कि स्पीकर अभी व्यवस्था दें तो कांग्रेस विधायक भी सहयोग करेंगे। स्पीकर अपनी बात पर अड़़े रहे। इसके बाद कांग्रेस विधायक विरोध दर्ज करवाते हुए वेल में उतर गए।
वेल में कांग्रेसी विधायकों ने जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस विधायकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर भी नारेबाजी की। कांग्रेस विधायकों ने नारे लगाए…जासूसी करना कहां से सीखा…मोदी से मोदी से। जासूसी करना कहां से सीखा…वोट चोरों से, वोट चोरों से। इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने प्रश्नकाल में बहिर्गमन कर दिया। कांग्रेस विधायकों के सदन से बाहर जाने के बाद उद्योग मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ बोले कि कांग्रेस विधायक टोपी और टी-शर्ट की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्पीकर विपरीत परिस्थितियों में भी सदन अच्छे से चला रहे हैं। इस पर स्पीकर बोले कि मैं किसी के दबाव में नहीं आता हूं।