भुवनेश्वर
ओडिशा के पुरी में साइबर पुलिस थाने ने भगवान जगन्नाथ के भक्तों को कथित रूप से गुमराह करने और 12वीं शताब्दी के मंदिर में दर्शन कराने का वादा करके उनसे पैसे ऐंठने के लिए एक वेबसाइट पर मामला दर्ज किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) द्वारा रविवार को दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर ‘इंडिया थ्रिल’ वेबसाइट के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘दोषियों की पहचान करने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। आरोपों की जांच का जिम्मा पुलिस उपाधीक्षक संघमित्रा नायक को सौंपा गया है।’’ उन्होंने बताया कि शिकायत एसजेटीए के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) हेमंत कुमार पाढ़ी ने दर्ज कराई है।
एसजेटीए ने स्पष्ट किया कि मंदिर प्रशासन दर्शन या पूजा के लिए श्रद्धालुओं से कोई शुल्क नहीं लेता है। मंदिर प्रशासन ने भी श्रद्धालुओं से ऐसे धोखाधड़ी वाले पोर्टलों के बहकावे में न आने की अपील की है। एसजेटीए के एक अन्य अधिकारी ने दावा किया कि वेबसाइट कथित तौर पर समय और श्रेणी के आधार पर दर्शन के लिए 50 रुपये, 100 रुपये और 500 रुपये का शुल्क ले रही है।
पुरी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रतीक सिंह ने कहा कि श्रद्धालुओं को सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि कुछ फर्ज़ी वेबसाइट उन्हें गुमराह कर रही हैं। एसपी ने कहा, ‘‘ऑनलाइन झूठी और भ्रामक सामग्री फैलाने वालों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी।’’