महिलाओं को पुरुषों से अधिक नींद की क्यों होती है ज़रूरत?
वैज्ञानिक शोध से उजागर हुआ दिलचस्प सच
रायपुर। नींद हमारे शरीर और दिमाग दोनों के लिए ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है। लेकिन वैज्ञानिक शोध यह बताते हैं कि महिलाओं को पुरुषों की तुलना में थोड़ी अधिक नींद की आवश्यकता होती है। इसका मुख्य कारण केवल शारीरिक थकान नहीं, बल्कि उनका सक्रिय और बहु-आयामी कार्य करने वाला मस्तिष्क है।
महिलाओं का दिमाग और मल्टीटास्किंग
शोधकर्ताओं का मानना है कि महिलाएं अक्सर एक साथ कई काम करती हैं—घर, ऑफिस, बच्चों की देखभाल और सामाजिक जिम्मेदारियां। ऐसे में उनका मस्तिष्क पुरुषों की तुलना में ज्यादा मेहनत करता है। यही कारण है कि महिलाओं को अतिरिक्त नींद की आवश्यकता होती है, ताकि उनका दिमाग पूरी तरह से रिलैक्स होकर दोबारा सक्रिय हो सके।
नींद की कमी और स्वास्थ्य पर असर
नींद की कमी का असर हर किसी पर होता है, लेकिन महिलाओं पर इसका प्रभाव अधिक गहरा माना गया है। पर्याप्त नींद न मिलने से महिलाओं में तनाव, चिड़चिड़ापन, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याएं जल्दी सामने आती हैं। वैज्ञानिक 7 से 9 घंटे की गुणवत्तापूर्ण नींद को महिलाओं के लिए अनिवार्य मानते हैं।
हार्मोनल बदलाव भी अहम कारण
महिलाओं में समय-समय पर हार्मोनल बदलाव—जैसे मासिक धर्म, गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति—उनकी नींद की गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं। इन परिस्थितियों में शरीर को सामान्य से अधिक आराम की आवश्यकता होती है।
पुरुषों से तुलना क्यों?
पुरुषों के लिए औसतन 6 से 8 घंटे की नींद पर्याप्त होती है, लेकिन महिलाओं के सक्रिय मस्तिष्क और हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण उनकी नींद की जरूरत थोड़ी अधिक होती है।
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निष्कर्ष
वैज्ञानिक रिसर्च इस बात को साफ करती है कि महिलाओं को पुरुषों की तुलना में अधिक नींद की आवश्यकता होती है और इसकी सबसे बड़ी वजह उनका मस्तिष्क है। इसलिए महिलाओं को अपनी नींद से समझौता नहीं करना चाहिए और परिवार व समाज को भी उनके लिए पर्याप्त आराम का माहौल देना चाहिए।