छत्तीसगढ़ की राजनीति में अब पुलिसवालों और प्रोफेशनल्स की एंट्री होने वाली है। पुलिसवाले के चुनाव लड़ने पर कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारत के हर नागरिक को दल बनाने का अधिकार है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार है,
ये उनके मौलिक अधिकार में आता है। लेकिन कर्मचारी संगठन राजनीतिक दल नहीं बना सकता। छत्तीसगढ़ के पुलिसवालो ने मिलकर अपनी एक नई पार्टी बनाई है। जिसका नाम ‘आजाद जनता पार्टी'(AJP) है। जो कि प्रदेश की सभी 90 विधानसभाओं में चुनाव लड़ने की तैयारी में है।
सभी जिलो में पार्टी का विस्तार किया जा रहा है। इस पार्टी में डॉक्टर्स, वकील और कई प्रोफेशनल्स, रिटायर्ड/बर्खास्त किये गए पुलिस भी शामिल होंगे।
वहीं इस पर बीजेपी नेता केदार गुप्ता का कहना है कि जब से कांग्रेस की सरकार आई है पुलिस के अधिकारी, आईपीएस अधिकारी सब सत्ता के दबाव में है। सरकार की बड़ी नाकामी है कि पुलिस वालों को राजनीति में आना पड़ रहा है। लोकतंत्र में सुरक्षा के लिए पुलिस जिम्मेदार हैं।
शासन की जिम्मेदारी है पुलिस वालों को संभालकर रखना. माफियाओं को संरक्षण देने के लिए पुलिस को बाध्य किया जा रहा है. इसलिए पुलिस वालों ने ये निर्णय लिया है। पुलिस वालों को गैरकानूनी काम करने के लिए बाध्य किया जा रहा है। जिससे डर पैदा हो गया है। यह वजह है कि पुलिसकर्मी कांग्रेस सरकार से त्रस्त होकर नई पार्टी बना रहे हैं।