सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि, बंगाल में कांग्रेस को समर्थन देने का सवाल ही नहीं उठता है, क्योंकि कांग्रेस ने माकपा से हाथ मिला लिया है। एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, कांग्रेस ने कई प्रदेशों में सरकारें बनाई हैं। अब वे संसद में बीजेपी के खिलाफ हमारा समर्थन मांग रहे हैं। हम भाजपा का विरोध करने के लिए उन्हें समर्थन देने के लिए तैयार हैं। लेकिन उन्हें पश्चिम बंगाल में हमारा समर्थन नहीं मांगना चाहिए, जहां उन्होंने माकपा से हाथ मिला लिया है।
माकपा, कांग्रेस और बीजेपी की पश्चिम बंगाल में मिलीभगत है
सीएम ममता बनर्जी ने इस दौरान यह भी आरोप लगाया कि, माकपा, कांग्रेस और बीजेपी की पश्चिम बंगाल में मिलीभगत है। उन्होंने किसी पार्टी का नाम लिए बिना एआईएसएफ के विधायक नौशाद सिद्दीकी पर बीजेपी के गुप्त एजेंट के रूप में काम करने का भी आरोप लगाया। ममता ने दावा किया कि, हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के चरण के दौरान पूरी प्रक्रिया काफी शांतिपूर्ण रही।
अभिषेक 2 साल के थे तब से राजनीति में है – सीएम ममता
वहीं टीएमसी के दिग्गज नेता और अपने ( ममता ) भतीजे अभिषेक बनर्जी के बारे में बात करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि, मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि, अभिषेक राजनीति में उस समय से शामिल हैं जब वह दो साल के थे। मैं तब अस्पताल से घर लौटी थी। सीपीआई (एम) के गुंडों द्वारा पीटे जाने के बाद मेरे सिर पर पट्टी बंधी थी। मैं पूरी घटना अपनी मां को बता रही थी और अभिषेक, जो तब दो साल का था, पूरी घटना को ध्यान से सुन रहा था।