रांची
राज्यसभा सदस्य और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की नेता महुआ माजी ने पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन को मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग की। उन्होंने यह मांग झामुमो के सह-संस्थापक के अंतिम संस्कार के एक दिन बाद की।
शिबू सोरेन का सोमवार को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनकी उम्र 81 साल थी। माजी ने संवाददाताओं से कहा, "मुझे नहीं लगता कि देश में उनके (शिबू सोरेन) कद का कोई दूसरा आदिवासी नेता है। वंचितों, दमन के शिकार लोगों, गरीबों और आदिवासियों के उत्थान के लिए उनके संघर्ष, आंदोलनों और बलिदान को देखते हुए, उन्हें बहुत पहले ही भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए था। हम इसके लिए केंद्र सरकार से अपील करेंगे।"
सोरेन को जननेता बताते हुए माजी ने कहा कि "उनके निधन से एक युग का अंत हो गया। झारखंड में उनका नाम हमेशा स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए।" माजी की मांग का समर्थन करते हुए कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि सोरेन एक सच्चे आदिवासी नेता थे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "राज्य की जनता, मेरे साथ, सोरेन के लिए भारत रत्न की मांग का समर्थन करेगी, जो उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।" इससे पहले मंगलवार को बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव और झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने आदिवासियों के उत्थान में सोरेन के योगदान के लिए उन्हें भारत रत्न देने की मांग की थी।