एमपी सरकार विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के 41 लाख से अधिक तेंदूपत्ता संग्राहकों को बोनस देने की तैयारी कर रही है। उन्हें 250 करोड़ रुपये से अधिक का वर्ष 2022 का बोनस जुलाई में बांटा जाएगा। मध्य प्रदेश राज्य लघु वनोपज संघ बोनस राशि की गणना में जुटा है। इस राशि को बांटने के लिए जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य मंत्री, सांसद, विधायक शामिल होंगे।
उधर, जुलाई से संग्राहकों को जूते-चप्पल, साड़ी और एक लीटर की पानी की बोतलों का वितरण भी शुरू हो जाएगा। यह सामग्री सीधे जिलों में पहुंचना शुरू हो गई है। साल 2022 में तेंदूपत्ता संग्राहकों ने ढाई हजार रुपये मानक बोरा की दर से तेंदूपत्ता तोड़ा है। इससे अधिक दाम में पत्ता बिकने पर बोनस देने का प्रावधान है। हालांकि राशि की गणना की जा रही है, पर यह राशि लगभग 250 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। सरकार चाहती है कि चुनाव से पहले संग्राहकों को बोनस की राशि मिल जाए इसलिए आनन-फानन में राशि की गणना कराई जा रही है।16 लाख परिवारों को मिलेंगे जूते-चप्पल
संग्राहकों को जूते-चप्पल, साड़ी, पानी की बोतल और छाता देने की प्रक्रिया भी जुलाई से शुरू हो जाएगी। 16 लाख परिवारों को जूते-चप्पल मिलेंगे। जिन जिलों में संग्राहकों की संख्या अधिक है, वहां कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक, जिला एवं जनपद पंचायत के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष उपस्थित रहेंगे और सामग्री का वितरण करेंगे। लघु उद्योग निगम के माध्यम से यह सामग्री खरीदी जा रही है, जो सीधे जिलों को भेजी जा रही है।