छत्तीसगढ़ के जगदलपुर से करीब दो माह से लापता CRPF जवान निर्मल कटारिया लौट आया है। बस्तर स्थित अपने घर से भागने के बाद वह अपने पैतृक निवास मध्य प्रदेश के रतलाम में रह रहा था। वहीं से बस्तर पुलिस ने उसे बरामद किया और साथ लेकर लौटी। जवान निर्मल ने बताया कि उसकी पत्नी टॉर्चर करती थी। रोज झगड़े और मारपीट होती। इसके चलते वह चला गया था। हालांकि उसकी पत्नी ने इन आरोपों को झूठा बताया है।
सब्जी लेने जाने की बात कहकर निकला, फिर नहीं लौटा
जानकारी के मुताबिक, निर्मल कटारिया सीआरपीएफ 80वीं बटालियन का जवान है और जगदलपुर में नक्सल मोर्चे पर तैनात था। वह तीन दिसंबर को पत्नी हिना से सब्जी लेकर आने की बात कहकर घर से निकला था। इसके बाद उसका कुछ पता नहीं चल रहा था। काफी तलाश के बाद भी जब जवान नहीं लौटा और उसका पता नहीं चला तो पत्नी ने बस्तर के बोधघाट थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। वहीं अफसरों को भी इसकी जानकारी दी।
बड़े भाई के सुपुर्द किया गया जवान को
नगर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि जवान के नंबर को ट्रेस किया गया तो उसकी लोकेशन रतलाम के शैलाना गांव में मिली। इस पर पुलिस गांव पहुंची और निर्मल को वहां से बरामद किया। जवान ने पुलिस को बताया है कि वह पारिवारिक विवाद और रोज के लड़ाई-झगड़े से परेशान होकर घर से निकला था। इसके बाद अपने गांव में जाकर छिप गया। पुलिस ने जवान को बड़े भाई विनोद कटारिया के सुपुर्द किया है।
पहले भी हुआ था गायब, तब पुलिस ढूंढकर लाई थी
इससे पहले भी जवान एक बार लापता हो चुका था, तब सीआरपीएफ अफसरों ने जवान की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी। इसके बाद पुलिस उसे ढूंढकर लाई और अफसरों के सुपुर्द किया था। बताया जा रहा है कि घर पर आने के कुछ ही घंटों के बाद दोबारा जवान लापता हो गया। तब अफसरों ने बताया था कि जवान पारिवारिक कारणों से मानसिक तनाव में है। वह बार-बार क्यों चला जाता है, पूछताछ के बाद ही पता चल सकेगा।