सीवान में जहरीली शराब पीने से 9 लोगों की मौत के बाद शराब डिलीवरी करने वाले तस्कर मंटू बिंद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार की शाम करीब 5 बजे मेडिकल चेकअप के लिए सीवान सदर अस्पताल लेकर पहुंची। इस दौरान गिरफ्तार तस्कर मंटू बिंद ने अपना गुनाह सबके सामने स्वीकार किया। मंटू ने बताया कि उसने ही गांव में लोगों को शराब की डिलीवरी की थी। सबसे पहले पढ़िए शराब डिलीवरी करने वाले मंटू का कबूलनामा…
हमने 50 लीटर के ड्रम में शराब बनाई थी। इसके बाद अलग-अलग 5 लीटर की पॉलीथिन के पैकेट से 10 पैकेट शराब बनाई थी। इसके बाद हमने गांव के ही लोगों को 50-50 रुपए में बेच दी। बेलदारी टोला गांव के दीपक चौधरी ने ही 21 तारीख की शाम को करीब 7:30 बजे शराब बनाने वाला सारा सामान मुझे दिया था। मैंने रात में शराब बेची थी। सुबह पता चला कि उसे पीने से एक की मौत हो गई है।
जैसे ही मुझे पता चला कि मेरी बेची शराब पीने से मौत हुई है तो मैं डर गया। इसके बाद मैंने आगे वाले शराब डीलर दीपक चौहान को फोन किया… लेकिन दीपक ने मेरी सारी बातें मजाक में उड़ा दीं। इसके बाद मुझे पता चला कि चार और लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है।
कुछ लोगों के सीने में जलन होने लगी। लोग दवा लेने लगे। इसके बाद लगा कि सभी लोगों को शराब पीने से ही परेशानी हो रही है। मैं बची हुई शराब को घर से करीब 500 मीटर दूर एक गेहूं के खेत में फेंककर गांव से भाग गया।
मामला लकड़ी नवीगंज ओपी थाना क्षेत्र के भोपतपुर पंचायत के बाला गांव का है। 22 तारीख की सुबह जहरीली शराब पीने से एक व्यक्ति की मौत होने की अफवाह गांव में फैली थी। इसके बाद सभी लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। एक के बाद एक अब तक 9 लोगों ने दम तोड़ दिया, जबकि 12 से अधिक लोगों की इलाज अलग-अलग जगहों पर चल रहा है।
मंटू बिंद को मेडिकल चेकअप के बाद भेजा गया जेल
गांव में शराब बिक्री करने वाले आरोपी मंटू बिंद को पुलिस मेडिकल चेकअप के लिए सदर अस्पताल लेकर पहुंची। चेकअप के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस दो आरोपियों संदीप और दीपक चौहान को भी हिरासत में लिया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। उम्मीद है कि इसमें और कुछ सुराग मिल सकते हैं।
आंख से कम दिखाई दे रहा, दम भी फूल रहा
मरने से पहले बाला गांव निवासी जितेंद्र मांझी ने बताया कि दारू पिए हैं, अब आंख से कम दिखाई दे रहा है, दम भी फूल रहा। पूछे जाने पर कि कौन सा दारू पिए हो? तो जितेंद्र ने बताया था कि स्प्रिट पिया हूं, जो 50 रुपए में थैली मिलता है।
सैनिटाइजर बनाने के नाम पर मंगवाते थे एथेनॉल, बनाते थे शराब
सीवान में जहरीली शराबकांड के पीछे दो मास्टरमाइंड हैं- संदीप और दीपक। इन दोनों की धन और शोहरत कमाने की लालच ने 9 लोगों की जान ले ली। जिले के दरौंदा थाना क्षेत्र के बेलदारी टोला गांव के रहने वाले स्व. विजय चौहान के 2 बेटे 24 वर्षीय संदीप कुमार और 26 वर्षीय दीपक कुमार ने ही लकड़ी नबीगंज थाना क्षेत्र के बाला गांव निवासी मंटू बिंद और सुरेंद्र बिंद को शराब बनाने के लिए सामान दिया था। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों भाई संदीप और दीपक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उनके यहां छापेमारी कर 50 लीटर स्प्रिट और एक बोरा फिटकरी बरामद की है।