धमतरी में पकड़ी गई महिला नक्सली ने बिलासपुर में अपनी जीभ काट ली और बेहोश हो गई। इस पर उसे इलाज के लिए सिम्स में भर्ती कराया गया है। महिला को आंध्रप्रदेश का हार्डकोर और इनामी नक्सली बताया जा रहा है, जिसे NIA कोर्ट में पेश किया गया था। जहां जेल में दाखिल करते समय उसने अपनी जीभ काट ली और बीमार होने का बहाना बनाने लगी।
धमतरी की डीएसपी सारिका वैद्य ने बताया कि महाराष्ट्र के गढ़चिरौली की रहने वाली कमला बाई मट्टामी उर्फ सगुना (50) को पुलिस ने चार दिन पहले गिरफ्तार किया था। वह अपने तीन नक्सली साथियों के साथ अपनी आंख का इलाज कराने के लिए धमतरी आई थी। इसी दौरान सीएएफ को सूचना मिली और घेराबंदी कर कमला बाई कांकेर निवासी मनत राम पोया (27), मैनी जुर्रे (30) तथा वाहन चालक सुभाष बाछर (32) व एक नाबालिग को दबोच लिया गया। पूछताछ के दौरान उसके नक्सली वारदातों में शामिल होने व साहित्य रखने की जानकारी हुई।
NIA ने भी दर्ज किया है केस
उन्होंने बताया कि कमलाबाई महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के साथ आंध्रप्रदेश में कई बड़ी नक्सली वारदातों को अंजाम दिया है, जिस पर NIA ने उसके खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस के पकड़े जाने के बाद जानकारी मिलते ही NIA ने भी उससे पूछताछ की। NIA कोर्ट बिलासपुर में गुरुवार को इन सभी नक्सलियों को पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजने का आदेश दिया गया। तीन नक्सलियों को पुलिस ने सेंट्रल जेल दाखिल कर दिया। जबकि, कमला बाई ने मिर्गी का अटैक आने का बहाना बनाया और दांत से दबाकर अपना जीभ काट ली, जिससे वह लहुलुहान हो गई। उसे जेल अस्पताल भर्ती करने के लिए कहा गया। लेकिन, जेल प्रबंधन ने हाथ खड़े कर दिए। इसके चलते उसे कड़ी सुरक्षा के बीच सिम्स में भर्ती कराया गया है।
मिरगी अटैक आने का किया बहाना
जेल अधीक्षक खोमेश्वर मंडावी ने बताया कि महिला शातिर है। अपनी गिरफ्तारी के बाद जेल जाने से बचने के लिए उसने इस तरह की हरकत की होगी। बताया गया कि उसे मिरगी की बीमारी है, जिस समय उसे जेल लाया गया, तब उसने मिरगी की अटैक आने का बहाना किया। इस दौरान उसके दांत से जीभ दब गया और खून आने लगा। इसके चलते उसकी हालत देखकर पुलिस वालों को उसे अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई।