दिल्ली के बाहरी इलाके में नए साल के जश्न के बीच दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसे अगर सबसे दर्दनाक हादसों में से एक कहा जाए तो ये भी कम होगा। शराब के नशे में चूर बलेनो सवार युवक एक युवती को करीब 10 किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गए। युवती कार में फंसी रही। घसीटे जाने के चलते युवती की पीठ और सिर की हड्डियां बुरी तरह से घिस गईं और सारा मांस निकल गया। दोनों पैर की हड्डियां भी टूट गईं, जिससे उसकी बेहद दर्दनाक ढंग से मौत हो गई। हालत यह थी कि उसके तन पर एक भी कपड़ा नहीं बचा। वहीं मामले को लेकर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी ट्वीट कर पूरा सच सामने लाए जाने की बात कही है।
पुलिस का दावा है कि आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि वह नए साल की पूर्व संध्या पर पार्टी से शामिल हुए थे। उन लोगों ने अमित खन्ना के अवंतिका में रहने वाले एक परिचित से कार ली थी। पार्टी के दौरान इन लोगों ने शराब पी थी। उसके बाद वह अपने एक साथी को मंगोलपुरी छोड़ने आए थे। जहां से वह रोहिणी की ओर जा रहे थे।
आरोपियों के खुलासे से उठ रहे कई सवाल
कार के शीशे बंद थे और तेज आवाज में गाने चला रहे थे। उन्हें सुल्तानपुरी इलाके में कार से किसी चीज के टकराने की आवाज आई थी, लेकिन उन लोगों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। साथ ही सड़क खराब होने की वजह से उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि कार में युवती फंस गई है। लेकिन इनके खुलासे से कई सवाल पैदा हो रहे हैं।
कार चला रहे आरोपी को सड़क पर जा रही स्कूटी सवार युवती कैसे नहीं दिखी? कार में किसी चीज के टकराने के बाद उन्होंने कार क्यों नहीं रोकी? कार से युवती कैसे लटक रही थी कि युवती के आगे हिस्से में कोई चोट नहीं है? उसके दोनों पैर का निचला हिस्सा टूट गया है और उसके चेहरे पर चोट के निशान हैं। आरोपियों के खुलासे में कितनी सच्चाई है इसका खुलासा जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हो पाएगा। आरोपियों ने युवती के साथ कुछ गलत करने की कोशिश की है। उसके विरोध करने पर उन लोगों ने उसे कार से कुचल दिया। इसका खुलासा जांच के बाद ही होगा।
दस किलोमीटर तक न कोई सुरक्षा न ही सीसीटीवी कैमरे की मॉनिटरिंग
नए साल की पूर्व संध्या पर पुलिस ने दावा किया था कि पूरी दिल्ली की सड़कों पर पुलिस की मुस्तैदी होगी। शराब पीकर हुड़दंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यहां तक कि लोगों की सुरक्षा के लिए खुद पुलिस आयुक्त सड़कों पर थे। ऐसे में बाहरी दिल्ली के दो जिलों के बीच रोंगटे खड़े करने वाली घटना ने सबको हैरान कर दिया है और सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल पैदा हो गया है। युवती को जान-बूझकर कुचला गया या फिर वह हादसे की शिकार हुई है? आरोपी जिस तरह उसे दस किलोमीटर तक कार से घसीटकर ले गए। क्या इन दस किलोमीटर के बीच किसी भी पुलिसकर्मी की तैनाती नहीं थी? इन इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की थानों में मॉनिटरिंग नहीं की जा रही है? सुरक्षा को लेकर ऐसे तमाम सवाल पैदा हो रहे है। सुरक्षा के दावे किए जाते हैं, लेकिन लोगों की सूचना के बाद ही पुलिस को पता चली कि युवती को कार से घसीटा जा रहा है और उसका शव कंझावला इलाके में सड़क पर पड़ा है।